व्यवहारिक आध्यात्म – 3

अध्यात्म की धुरी प्रेम पर टिकी है | आप शुरुआत कहीं से भी करें लेकिन अंत प्रेम पर ही होता है | इस सबसे आसान रास्ते को हम भूले बैठे हैं |

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व्यवहारिक आध्यात्म -2

ईश्वर अनंत क्यों है और क्या ईश्वर का दूसरा छोर नहीं है | दोस्तों, अगर ईश्वर अनंत है तो इसका मतलब साफ़ है कि दूसरा छोर नहीं है या होगा नहीं |

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व्यवहारिक आध्यात्म

अध्यात्म दो शब्दों से मिल कर बना है जिसका अर्थ है ऐसा ज्ञान जो आत्मा और ब्रह्म का विवेचन करे या आत्मा और ब्रह्म के विषय में चिन्तन-मनन करना |

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